रम्मी टुडे: उपयोगकर्ताओं की व्यक्तिगत अनुभव का कथन
रम्मी टुडे: उपयोगकर्ताओं की व्यक्तिगत अनुभव का कथन
आज की सुबह, जब रम्मी ने मुहाफ़िज़ा खिड़की को खोला, उसने एक नई दिलचस्प दृश्य देखा। उसके अपने साइकिल पर उतरकर, वह अपनी लगन भरी रवि से चल आया। उसे महसूस होने लगा कि आज एक ऐसा दिन होगा जो वह कभी नहीं भूलेगा।
रम्मी खुश था, जैसे जैसे वह सड़क पर चलता गया। उसके दिमाग में उसके खोले बिहारिया पुस्तक तथा उसकी उम्मीद आई, जो वह अपने ग्राम के बाजार से खरीदना चाहता था। रम्मी की यह भी दिलचस्प तमाशा थी कि वह अपनी किताब खरीदने के लिए जाता है और फिर उसे पढ़ने के लिए घर लौटता है।
क्योंकि रम्मी किसी भी चीज़ को निपटाने के लिए रूचि रखता था, उसने अपना पूरा काम आसानी से संपन्न किया। उसे लगता था कि यह दिन उसे एक नई जानकारी और बहुत अच्छी चीजों का अनुभव देगा।
बाजार में जाकर, रम्मी ने वास्तव में एक सुंदर पुस्तक खरीदी जो उसे बहुत आकर्षित कर दी। पुस्तक का शीर्षक था: "महासागर की बादशाही: एक अनोखा यात्रा"। रम्मी ने उसे खरीदा, और घर पहुंचकर उसे निकालकर पढ़ना शुरू किया।
जब रम्मी ने पुस्तक में पढ़ा, उसे लगा जैसे वह आसमानों के महासागर की यात्रा कर रहा है। उसका दिमाग उड़ने लगा और वह कुछ खोज रहा था। वह जानना चाहता था कि इन पार की ओर कुछ क्या है। रम्मी ने अपनी पूरी यात्रा में जिज्ञासा रखी और उसे लगता था कि वह बहुत सी उन्नति कर सकता है।
रम्मी ने पुस्तक पढ़ने के बाद कितना खुश रहा उसे नहीं पता था। वह उसे लगातार फिर से पढ़ना शुरू कर दिया। पुस्तक ने उसे एक नई दुनिया दिखाई और उसे लगा कि वह बहुत अच्छा दिन बिता रहा है। रम्मी ने यह देखा कि ऐसे दिन होते हैं जो उसे बहुत ताजा और अलग लगते हैं। यह एक ऐसा दिन था जो उसे उसके जीवन में बहुत महत्वपूर्ण था।
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